सुबह की पहली किरण: शांति और स्फूर्ति का संगम
प्रिय साधक, तुम्हारा यह प्रश्न बहुत ही सार्थक और जीवन में अनुशासन तथा आध्यात्मिक प्रगति के लिए महत्वपूर्ण है। ध्यान और शास्त्र-पठन के लिए सही समय का चयन केवल एक बाहरी क्रिया नहीं, बल्कि मन और आत्मा की स्थिति को भी संतुलित करता है। चलो, इस यात्रा को भगवद गीता के अमृत श्लोकों से समझते हैं।