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अंतिम वचन: जब कृष्ण कहते हैं, "मैं तुम्हारे साथ हूँ"
साधक, जब जीवन की यात्रा अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंचती है, तब मन में अनेक प्रश्न उठते हैं — क्या मेरा मार्ग सही था? क्या मैं अकेला रह जाऊंगा? क्या मेरा समर्पण व्यर्थ था? ऐसे समय में भगवान कृष्ण के अंतिम वचन हमारे लिए अनमोल आश्वासन और प्रकाश स्तंभ बन जाते हैं। आइए, उनके इन दिव्य शब्दों में डूबकर, अपने मन को शांति और विश्वास से भरें।

🕉️ शाश्वत श्लोक

भगवद् गीता, अध्याय 18, श्लोक 66
(अंतिम अध्याय का अंतिम श्लोक)