आंतरिक आवाज़: धर्म की खोज का सच्चा दीपक
साधक, जब तुम धर्म की खोज में हो, तब बाहरी दिशाएँ भ्रमित कर सकती हैं, परंतु वह आंतरिक आवाज़ जो तुम्हारे मन के सबसे गहरे कोने से आती है, वह तुम्हारा सच्चा मार्गदर्शक है। यह आवाज़ तुम्हारे अंतर्मन की पुकार है, जो तुम्हें सत्य, उद्देश्य और जीवन के सार की ओर ले जाती है। आइए, इस आंतरिक आवाज़ की भूमिका को भगवद गीता के प्रकाश में समझें।