कर्म के बंधन से मुक्ति: क्या भक्ति और प्रार्थना कर सकती है सफाई?
साधक, जीवन की इस गूढ़ यात्रा में जब हम अपने अतीत के कर्मों के बोझ से घिरे होते हैं, तो मन में यही प्रश्न उठता है — क्या प्रार्थना या भक्ति से हम उन कर्मों को मिटा सकते हैं? तुम्हारा यह प्रश्न स्वाभाविक है, और यह जानना आवश्यक है कि कर्म और भक्ति का गहरा संबंध है। चलो, गीता के अमूल्य श्लोकों से इस सवाल का उत्तर खोजते हैं।