भविष्य की अनिश्चितता में स्थिरता की खोज
साधक, जीवन के इस मोड़ पर जब भविष्य धुंधला और अनिश्चित नजर आता है, तब तुम्हारा मन बेचैन होना स्वाभाविक है। यह समझो कि तुम अकेले नहीं हो; हर व्यक्ति के जीवन में ऐसे क्षण आते हैं जब राह अस्पष्ट लगती है। इस समय तुम्हें अपने भीतर की गहराई से जुड़ना होगा और उस अनंत शांति को खोजना होगा जो तुम्हारे भीतर सदैव विद्यमान है।