imagination

Mind Emotions & Self Mastery
Life Purpose, Work & Wisdom
Relationships & Connection
Devotion & Spritual Practice
Karma Cycles & Life Challenges

भय के साए में: मन की उलझन से मुक्ति का रास्ता
साधक, जब मन कल्पित भय से पीड़ित होता है, तो वह एक अदृश्य दुश्मन की तरह हमारे भीतर बेचैनी और अस्थिरता पैदा करता है। यह भय अक्सर वास्तविकता से नहीं, बल्कि हमारे ही विचारों और कल्पनाओं से जन्म लेता है। ऐसे समय में तुम्हें यह जानना जरूरी है कि तुम अकेले नहीं हो, हर मन इसी तरह की लड़ाई लड़ता है। चलो, गीता के अमृतवचन से इस भय के अंधकार को दूर करते हैं।

अंधकार से प्रकाश की ओर: नकारात्मक सोच से मुक्ति का मार्ग
साधक, मैं समझता हूँ कि जब मन नकारात्मक परिणामों की कल्पना करने लगता है, तो वह एक अंधकारमय चक्र में फंस जाता है। परन्तु याद रखो, तुम अकेले नहीं हो। हर मनुष्य के मन में कभी न कभी ऐसी उलझन आती है। यह एक संकेत है कि तुम्हारा मन शांति और स्थिरता की तलाश में है। चलो, इस सफर को गीता के शाश्वत प्रकाश से रोशन करते हैं।