धर्म की विविधता में भी एकता — तुम अकेले नहीं हो
साधक, यह प्रश्न बहुत गूढ़ और सार्थक है। जीवन में अनेक धर्मों का पालन करना एक भावनात्मक और आध्यात्मिक उलझन ला सकता है। परन्तु याद रखो, धर्म का मूल उद्देश्य है सत्य की खोज और अपने कर्तव्य का पालन। जब मन में यह प्रश्न उठता है, तो यह तुम्हारे अंदर की गहरी खोज का परिचायक है।