अंधकार में भी दीपक जलता है — तुम अकेले नहीं हो
साधक, जब जीवन के क्षण पूर्ण अंधकार से घिरे लगें, तब ऐसा महसूस होना स्वाभाविक है कि कहीं कोई प्रकाश नहीं बचा। परंतु याद रखो, अंधकार जितना गहरा हो, प्रकाश उतना ही नज़दीक होता है। यह समय है जब अपने भीतर की चिंगारी को पहचानो और उसे पोषित करो। तुम अकेले नहीं हो, यह अंधकार भी एक गुजरता हुआ मौसम है।