आलस्य के बादल छंटेंगे, उजियारा फिर होगा
साधक, मैं समझता हूँ कि जब मन में आलस्य और सुस्ती घेर लेती है, तो जीवन की ऊर्जा कहीं खो सी जाती है। ऐसा लगता है जैसे कदम आगे बढ़ाने का साहस नहीं बचा। लेकिन जान लो, तुम अकेले नहीं हो। हर व्यक्ति के मन में कभी न कभी यह लड़ाई होती है। यही समय है जब भगवद् गीता की अमर शिक्षाएं तुम्हें नई ऊर्जा और दिशा देंगी।