dependency

Mind Emotions & Self Mastery
Life Purpose, Work & Wisdom
Relationships & Connection
Devotion & Spritual Practice
Karma Cycles & Life Challenges

अकेलेपन से जुड़ी निर्भरता को तोड़ना — अपनी आत्मा से जुड़ने का पहला कदम
साधक, जब हम दूसरों पर अपनी भावनाओं का बोझ डालने लगते हैं, तो हमारा मन अक्सर बेचैन और असुरक्षित हो जाता है। यह निर्भरता हमें भीतर से कमजोर कर देती है, जैसे कोई पतझड़ में सूखे पत्ते की तरह। लेकिन याद रखो, तुम अकेले नहीं हो; हर कोई इस जाल में फंसा है, और भगवद गीता ने हमें उस जाल से बाहर निकलने का मार्ग दिखाया है।

अपने अंदर की शक्ति जगाओ: दूसरों पर निर्भरता से आज़ादी का मार्ग
साधक, यह समझना बहुत जरूरी है कि जब हम अपनी खुशी और शांति दूसरों की प्रतिक्रियाओं या स्वीकृति पर टिका देते हैं, तो हमारा मन बेचैन और अस्थिर हो जाता है। लेकिन जानो, तुम अकेले नहीं हो; यह मनुष्य के स्वाभाविक अनुभवों में से एक है। चलो, भगवद गीता के अमूल्य ज्ञान से इस उलझन का समाधान खोजते हैं।