मृत्यु के सागर में: शोक की लहरों को समझना
साधक, जब हम किसी प्रियजन से बिछड़ते हैं, तो मन में गहरा शोक उठता है। यह स्वाभाविक है, क्योंकि प्रेम का बंधन टूटता है। लेकिन क्या मृत्यु वास्तव में अंत है? या यह एक नया आरंभ है? आइए, भगवद गीता के दिव्य शब्दों में से उस सत्य को खोजें जो शोक को शांति में बदल सके।