शांति की ओर पहला कदम: बाहरी आकर्षणों के जाल से मुक्त होना
साधक,
आज की इस भागती दुनिया में हम सभी के मन को लगातार बाहरी उत्तेजनाएँ अपनी ओर खींचती हैं। मोबाइल, सोशल मीडिया, नई चीजें, हर पल कुछ नया पाने की लालसा — ये सब हमें भीतर की शांति से दूर कर देते हैं। लेकिन याद रखो, सच्ची शक्ति और स्थिरता भीतर से ही आती है। चलो, इस उलझन को भगवद गीता की दिव्य दृष्टि से समझते हैं।