अपने भीतर की शांति खोजो: हॉस्टल या साझा आवास में भी सुखी कैसे रहें?
प्रिय युवा मित्र,
तुम्हारे मन में यह सवाल बहुत स्वाभाविक है। जब हम एक नए माहौल में होते हैं, खासकर हॉस्टल या साझा आवास जैसे स्थानों पर, जहां कई लोग रहते हैं, तो शांति बनाए रखना एक चुनौती हो सकती है। पर याद रखो, शांति बाहर नहीं, भीतर होती है। चलो, भगवद गीता के अमूल्य उपदेशों के साथ इस यात्रा को आसान बनाते हैं।