नेतृत्व की नैतिक जटिलताओं में आपका साथी
साधक, नेतृत्व की राह पर चलना सरल नहीं होता। जब जिम्मेदारियाँ बढ़ती हैं, तब नैतिक दुविधाएँ भी सामने आती हैं। यह समझना जरूरी है कि आप अकेले नहीं हैं, हर महान नेता ने इस चौराहे पर खड़े होकर अपने भीतर की आवाज़ सुनी है। आइए, भगवद गीता के अमृत वचनों से इस उलझन का समाधान खोजें।