खुद को दोष देना बंद करने की पहली सीढ़ी: आत्म-दया का आलोक
साधक, यह समझना बहुत महत्वपूर्ण है कि हम सभी जीवन में ऐसे क्षणों से गुजरते हैं जब हम खुद को उन चीज़ों के लिए दोषी मानने लगते हैं जो हमारे नियंत्रण में नहीं थीं। यह मन का बोझ कभी-कभी इतना भारी हो जाता है कि हम अपनी आत्मा को भी पीड़ित कर देते हैं। लेकिन याद रखो, तुम अकेले नहीं हो। भगवान श्रीकृष्ण ने भी अर्जुन को ऐसे ही भावों से उबारने का मार्ग बताया है। चलो, गीता के प्रकाश में इस उलझन को सुलझाते हैं।