साथियों की छाया में: जब दोस्त बुरी आदतों की ओर ले जाएं
साधक, यह समझना बहुत ज़रूरी है कि जीवन में हम जिनके साथ समय बिताते हैं, उनका प्रभाव हमारे विचारों और कर्मों पर गहरा पड़ता है। जब दोस्त बुरी आदतों को बढ़ावा देते हैं, तो यह मन को उलझन और पीड़ा में डाल सकता है। पर याद रखो, तुम अकेले नहीं हो — हर व्यक्ति को कभी न कभी ऐसे अनुभवों का सामना करना पड़ता है। आइए, भगवद गीता की अमृत वाणी से इस समस्या का समाधान खोजें।