भक्ति: व्यस्त जीवन में भी सुरभित एक मार्ग
प्रिय शिष्य,
आज का युग तेज़ी से भागता है, और व्यस्तता के बीच अक्सर हम अपने अंदर की आवाज़ सुनना भूल जाते हैं। तुम्हारा प्रश्न बिलकुल सार्थक है — क्या भक्ति, जो प्रेम और समर्पण का मार्ग है, व्यस्त जीवन में भी संभव है? मैं तुम्हें आश्वस्त करना चाहता हूँ कि भक्ति किसी भी परिस्थिति में तुम्हारे साथ है, और यह तुम्हारे दिल की गहराई से जुड़कर तुम्हें शांति और शक्ति प्रदान कर सकती है।