जब सब कुछ फीका लगे: गीता से जीवन की नई रोशनी
प्रिय मित्र, जब जीवन की रंगत फीकी पड़ने लगे, जब हर चीज़ में रुचि खोने का अनुभव हो, तब यह समझना ज़रूरी है कि यह भी एक अवस्था है — एक चुनौती, जो हमें भीतर की गहराई में झांकने का अवसर देती है। तुम अकेले नहीं हो, हर मनुष्य के जीवन में ऐसे क्षण आते हैं। आइए, गीता के अमृतमय शब्दों से इस अंधकार में प्रकाश खोजें।