तुम अकेले नहीं हो: बोझ महसूस होने पर मदद माँगने का साहस
मेरे प्रिय, जब मन के अंधकार में ऐसा लगे कि तुम स्वयं एक बोझ हो, तो समझो कि यह तुम्हारे भीतर की एक पीड़ा है, जो तुम्हें अकेला महसूस कराती है। पर याद रखो, जीवन के इस सफर में हर व्यक्ति कभी न कभी ऐसे क्षणों से गुजरता है। तुम अकेले नहीं हो, और मदद माँगना कमजोरी नहीं, बल्कि अपनी आत्मा की देखभाल करने का पहला कदम है।