चलो यहाँ से शुरू करें — दीर्घकालिक परिवर्तन की ओर पहला कदम
साधक,
जब हम किसी आदत या लत से जूझ रहे होते हैं, तो मन में कई तरह के भाव उठते हैं — निराशा, संघर्ष, फिर भी आशा की एक किरण। यह समझना जरूरी है कि दीर्घकालिक परिवर्तन कोई त्वरित प्रक्रिया नहीं, बल्कि एक सतत यात्रा है। गीता हमें उस यात्रा में स्थिरता और धैर्य का मार्ग दिखाती है। तुम अकेले नहीं हो, और हर बदलाव संभव है।