जीवन का पोषण: गीता के अनुसार शुद्ध भोजन और जीवनशैली
साधक, जीवन की राह में जब हम अपने शरीर और मन की देखभाल के बारे में सोचते हैं, तो यह समझना ज़रूरी है कि हमारा आहार और जीवनशैली हमारे समग्र स्वास्थ्य और आध्यात्मिक उन्नति में कैसे योगदान देते हैं। भगवद गीता में इस विषय पर जो ज्ञान दिया गया है, वह न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।
🕉️ शाश्वत श्लोक
अध्याय 17, श्लोक 8-10
(गीता अध्याय 17, श्लोक 8-10)