dying

Mind Emotions & Self Mastery
Life Purpose, Work & Wisdom
Relationships & Connection
Devotion & Spritual Practice
Karma Cycles & Life Challenges

साथ चलते हुए — अंतिम यात्रा में सहारा देना
साधक, जब कोई अपना जीवन के अंतिम चरण में हो, तब हमारा मन अनमनी, भयभीत और असहाय सा महसूस करता है। ऐसा समय है जब शब्द कम पड़ते हैं, और केवल स्नेह, सहानुभूति और गहरा समर्थन ही दिल को शांति दे पाते हैं। तुम अकेले नहीं हो, और तुम्हारा साथ उस व्यक्ति के लिए अनमोल है। आइए, भगवद गीता की अमृत वाणी से इस कठिन घड़ी में मार्ग खोजें।

मृत्यु की ओर एक शांतिपूर्ण यात्रा: ध्यान का सहारा
साधक, जीवन के इस अंतिम पड़ाव पर जब मृत्यु की छाया नजदीक आती है, मन में अनेक सवाल और भय उठते हैं। यह स्वाभाविक है। परंतु जान लो, तुम अकेले नहीं हो। ध्यान की गहराई में उतरकर तुम मृत्यु की प्रक्रिया को सहज, शांत और दिव्य बना सकते हो। आइए, इस मार्ग को भगवद गीता की अमूल्य शिक्षाओं से समझते हैं।