टूटे दिल को सहारा: गीता से भावनात्मक दर्द का संजीवनी
साधक, जब दिल टूटता है, तो ऐसा लगता है जैसे पूरी दुनिया ने साथ छोड़ दिया हो। यह दर्द गहरा, अकेलापन भारी और आशा धुंधली सी लगती है। पर याद रखो, तुम अकेले नहीं हो। हर दिल के टूटने में नयी समझ और शक्ति छिपी होती है। आइए, भगवद गीता के अमृतवचन के साथ इस दर्द को सहारा दें।