रोग: दंड नहीं, जीवन की परीक्षा है
प्रिय शिष्य, जब शरीर में रोग आता है, तब मन अक्सर प्रश्न करता है — क्या यह मेरा दंड है? या फिर कोई परीक्षा? इस उलझन में फंसे तुम्हारे मन को मैं समझता हूँ। रोग केवल शारीरिक पीड़ा नहीं, बल्कि आत्मा की परीक्षा भी है। आइए, गीता के प्रकाश में इस प्रश्न का समाधान खोजें।