ध्यान की चिंगारी: साधारण कार्यों में ईश्वर का संग
साधक, जब हम रोजमर्रा के छोटे-छोटे कार्यों में व्यस्त होते हैं, तब ईश्वर की याद और ध्यान कहीं खो सा जाता है। परंतु यही साधारण कर्म भी हमारी आध्यात्मिक यात्रा का हिस्सा बन सकते हैं, यदि हम उन्हें पूर्ण श्रद्धा और भक्ति के साथ करें। चलिए, गीता के अमृत वचन से इस रहस्य को समझते हैं।