दिशा खोज रहे युवा मनों के लिए कृष्ण की अमूल्य सलाह
प्रिय युवा मित्र, जब मन दिशाहीन हो, जब राहें धुंधली लगने लगें और मन में अनिश्चितता की लहरें उठें, तब याद रखो — तुम अकेले नहीं हो। हर युग में, हर काल में, ऐसे समय आते हैं जब हम खुद से पूछते हैं, "मेरी राह क्या है?" आज मैं तुम्हारे साथ गीता के उन अमर वचनों को साझा करूंगा, जो तुम्हारे भीतर की उलझनों को सुलझाने में प्रकाश की तरह काम करेंगे।