aging

Mind Emotions & Self Mastery
Life Purpose, Work & Wisdom
Relationships & Connection
Devotion & Spritual Practice
Karma Cycles & Life Challenges

जीवन के सुनहरे संध्या: वृद्धावस्था में शांति और सुंदरता की ओर
साधक, जब जीवन के प्रभात से संध्या की ओर बढ़ते हैं, तो मन में अनेक प्रश्न उठते हैं — क्या मेरी वृद्धावस्था सुंदर होगी? क्या मैं शांति से इस जीवन को पूर्ण कर पाऊंगा? यह समय है जब हम गीता के दिव्य संदेश से अपने मन को सुकून और सौंदर्य से भर सकते हैं।

डर के अंधेरे से निकलता प्रकाश: तुम अकेले नहीं हो
साधक, जब मन में यह भय उत्पन्न होता है कि हम अप्रासंगिक हो जाएंगे, भुला दिए जाएंगे, तब यह मानो जीवन की ठंडी हवा हमारे हृदय को जकड़ लेती है। परंतु जानो, यह भय केवल तुम्हारा नहीं, यह मानवता का साझा अनुभव है। भगवद गीता में भगवान कृष्ण ने ऐसे समय के लिए अमूल्य उपदेश दिए हैं, जो तुम्हें इस भय से उबरने का मार्ग दिखाएंगे। चलो, इस ज्ञान के दीप को साथ जलाते हैं।