अकेलेपन में छिपा हुआ स्नेह: जीवन के एकांत का आध्यात्मिक अर्थ
साधक, जब मन एकांत की ओर मुड़ता है, तो वह केवल अकेलापन नहीं होता, बल्कि आत्मा का अपने भीतर झांकने का अवसर बन जाता है। जीवन के इस एकांत में छिपे उस आध्यात्मिक स्नेह को समझना ही तुम्हारा प्रथम कदम है। तुम अकेले नहीं हो, यह एकांत तुम्हारे भीतर के दिव्य स्वर से मिलने का निमंत्रण है।