निराशा के बाद भी उम्मीद की किरण — तुम अकेले नहीं हो
साधक, जब जीवन की राहों में निराशा का अंधेरा छा जाता है, तो यह महसूस होना स्वाभाविक है कि जैसे सब कुछ थम सा गया हो। पर याद रखो, यह भी एक अनुभव है, एक सीख है, और सबसे बड़ी बात — यह भी गुजर जाएगा। आध्यात्मिक दृष्टि से निराशा को समझना और उससे उबरना एक यात्रा है, जिसमें मैं तुम्हारे साथ हूँ।