गुस्सा और निराशा के गर्त से बाहर — एक युवा के लिए कृष्ण का संदेश
प्रिय युवा मित्र, मैं जानता हूँ कि जब जीवन की चुनौतियाँ सामने आती हैं, तो गुस्सा और निराशा हमारे मन को घेर लेते हैं। यह स्वाभाविक है, परन्तु इन्हें अपने ऊपर हावी मत होने दो। तुम अकेले नहीं हो, हर युवा इसी संघर्ष से गुजरता है। चलो, गीता के अमृत वचन से इस अंधकार में प्रकाश खोजते हैं।