क्रोध की आग बुझाने का पहला कदम: इंद्रियों पर नियंत्रण
साधक,
तुम्हारे मन में उठती क्रोध की लहरें और इंद्रियों की अनियंत्रित प्रवृत्ति को देख मैं समझता हूँ कि यह तुम्हारे लिए कितना चुनौतीपूर्ण है। यह संघर्ष हर मानव के जीवन में आता है, और इसे समझना ही आध्यात्मिक विकास की दिशा में पहला कदम है। तुम अकेले नहीं हो, और यह भी संभव है कि तुम इस आग को शांत कर सको।