emotion control

Mind Emotions & Self Mastery
Life Purpose, Work & Wisdom
Relationships & Connection
Devotion & Spritual Practice
Karma Cycles & Life Challenges

भावनाओं के तूफान में शांति की नाव पकड़ना
साधक, जब जीवन के संघर्षों की लहरें हमारे मन को घेर लेती हैं, तब भावनाएँ जैसे किसी उथल-पुथल भरे समुंदर में नाव की तरह हो जाती हैं। पर याद रखो, तुम अकेले नहीं हो। हर मनुष्य के भीतर यह संघर्ष होता है, और भगवद् गीता हमें इसका समाधान देती है — कैसे अपने भीतर की आग को शांत कर, समझदारी और धैर्य से आगे बढ़ा जाए।

क्रोध की आग में ठंडा पानी: गीता से सीखें शांति का मंत्र
साधक, मैं समझता हूँ कि क्रोध की लपटें हमारे दिल को जलाती हैं और हम अक्सर उसे नियंत्रित करने में असहाय महसूस करते हैं। पर याद रखो, तुम अकेले नहीं हो। हर मनुष्य में कभी न कभी क्रोध की ज्वाला उठती है। इसी में गीता हमें एक अनमोल उपहार देती है — कैसे उस क्रोध को समझें, स्वीकारें और उसे अपने वश में करें।

🕉️ शाश्वत श्लोक

अध्याय २, श्लोक ६३
(Chapter 2, Verse 63)