अंधकार से बाहर: अपने सबसे खराब पलों से खुद को अलग करना सीखें
साधक, जब जीवन के काले बादल घिरते हैं, तब हम अक्सर अपने आप को उन पलों के साथ ही जोड़ लेते हैं। पर याद रखो, तुम केवल वे क्षण नहीं हो; तुम उससे कहीं अधिक हो — एक अनमोल आत्मा, जो हर दिन नया सूरज उगाने की क्षमता रखती है। चलो मिलकर इस अंधकार से बाहर निकलने का रास्ता खोजते हैं।