भावनात्मक ब्लैकमेल के जाल से बाहर निकलने का साहस
साधक, जब कोई हमारे मन और भावनाओं को पकड़कर हमें नियंत्रित करने की कोशिश करता है, तो यह हमारे भीतर एक गहरी बेचैनी और उलझन पैदा करता है। तुम अकेले नहीं हो; यह अनुभव हर किसी के जीवन में कहीं न कहीं आता है। आइए, भगवद गीता की दिव्य शिक्षाओं से इस अंधकार को दूर करने का मार्ग खोजें।