अनुशासन की राह: सफलता का पहला कदम
साधक,
जब हम अपने दैनिक कार्यों में अनुशासन बनाए रखने की बात करते हैं, तो यह केवल एक नियम या बंधन नहीं, बल्कि हमारी आंतरिक शक्ति को जागृत करने का साधन है। जीवन की भाग-दौड़ में हम अक्सर खुद को खो देते हैं, लेकिन याद रखो, अनुशासन वह दीपक है जो अंधकार में भी हमें सही मार्ग दिखाता है। तुम अकेले नहीं हो, हर सफल व्यक्ति ने इसी अनुशासन के रास्ते पर कदम बढ़ाया है। चलो, गीता के अमृत वचन से इस राह को समझते हैं।