जीवन की अनिश्चितता में नियंत्रण छोड़ने की कला: एक नई शुरुआत
प्रिय शिष्य, जब जीवन के चरण अनिश्चितता और बदलाव से भरे हों, तब मन में नियंत्रण खोने का भय स्वाभाविक है। पर याद रखो, तुम अकेले नहीं हो। हर व्यक्ति जीवन के उन मोड़ों पर अपने आप को संभालने की कोशिश करता है। नियंत्रण छोड़ना, असल में, अपने आप को जीवन की लहरों के साथ बहने देना है। आइए, भगवद गीता के शाश्वत ज्ञान से इस उलझन को समझें और उसे पार करें।