समर्पण की राह: जब समझ न आए तो भी विश्वास बनाए रखना
प्रिय शिष्य, जीवन के पथ पर जब हम किसी गहरे उद्देश्य को समझ नहीं पाते, तब भ्रम और अनिश्चितता हमारे मन को घेर लेती है। यह स्वाभाविक है। परन्तु जानो, समर्पण केवल समझने का नाम नहीं, बल्कि विश्वास और धैर्य का नाम है। तुम अकेले नहीं हो; हर महान आत्मा ने इस प्रश्न से जूझा है।