परिवार के दबाव में भी शांति कैसे बनाए रखें — आपका साथी मैं हूँ
प्रिय मित्र, परिवार हमारे जीवन की सबसे बड़ी दौलत है, पर कभी-कभी वही प्यार और अपेक्षाएं हमें उलझनों में डाल देती हैं। दबाव, अपेक्षाएं, और कभी-कभी समझ न पाना — ये सब भावनाएं बहुत सामान्य हैं। तुम अकेले नहीं हो। यह समझना जरूरी है कि परिवार के साथ हमारा रिश्ता गहरा है, लेकिन उसकी जटिलताओं को समझना और उसे बुद्धिमानी से संभालना भी हमारी जिम्मेदारी है। आइए, भगवद गीता के शाश्वत प्रकाश से इस उलझन को सुलझाएं।