तुम अकेले नहीं हो — ईश्वर से जुड़ने का सच्चा मार्ग
साधक, जब तुम्हें ऐसा लगे कि तुम ईश्वर से पृथक हो, तो समझो कि यह भ्रम है, जैसे बादल सूरज को ढक लेते हैं, लेकिन सूरज छिपता नहीं। ईश्वर का प्रकाश सदा तुम्हारे भीतर ही है। चलो, इस भ्रम को दूर करने के लिए गीता के अमृतवचन से मार्गदर्शन लेते हैं।