यादों के सागर में डूबा मन: तुम अकेले नहीं हो
जब हम किसी प्यारे को खो देते हैं, तो वह खालीपन, वह यादें, वह जुड़ाव हमारे मन के सबसे गहरे कोनों में एक छाप छोड़ जाती हैं। वर्षों बीत जाने के बाद भी, अगर वह यादें दूर नहीं होतीं, तो समझो कि तुम्हारा हृदय अभी भी उस रिश्ते की गहराई में डूबा हुआ है। यह स्वाभाविक है, और तुम अकेले नहीं हो। चलो इस भावनात्मक यात्रा में भगवद्गीता के अमूल्य ज्ञान से सहारा लेते हैं।