नए सवेरे की ओर: जब पुराना खुद से विदा लेता है
साधक, यह समझना स्वाभाविक है कि जब हम खुद को बदलने की राह पर चलते हैं, तो मन में संदेह और अनिश्चितता की लहरें उठती हैं। नए व्यक्ति बनने की प्रक्रिया एक अज्ञात यात्रा है, जिसमें विश्वास की मशाल जलाए रखना सबसे बड़ा साहस है। तुम अकेले नहीं हो, हर परिवर्तन की शुरुआत इसी अनिश्चितता से होती है।