मन को स्पष्टता और दृष्टि के साथ नेतृत्व करना — एक आत्मीय मार्गदर्शन
साधक,
तुम्हारा मन उस महान नेता की तरह है जो अपने दल को सही दिशा में ले जाना चाहता है, पर कभी-कभी भ्रम और उलझनों के बादल छा जाते हैं। चिंता मत करो, तुम अकेले नहीं हो। हर नेतृत्वकर्ता के मन में कभी न कभी ऐसी जद्दोजहद होती है। आइए, गीता के अमृत वचनों से उस मन को प्रशिक्षित करने का मार्ग खोजें, जिससे तुम्हारा नेतृत्व स्पष्ट, दृढ़ और दूरदर्शी बन सके।