नेतृत्व की सच्ची शक्ति: निःस्वार्थता का प्रकाश
साधक, जब हम नेतृत्व की बात करते हैं, तो अक्सर शक्ति, नियंत्रण और सफलता की छवि हमारे मन में उभरती है। परंतु कृष्ण हमें सिखाते हैं कि सच्चा नेतृत्व निःस्वार्थता से ही संभव है। एक ऐसा नेतृत्व जो स्वार्थ या अहंकार से मुक्त हो, जो केवल धर्म, न्याय और सेवा के लिए हो। चलिए गीता के प्रकाश में इस गूढ़ विषय को समझते हैं।