मन की गहराई से निकलती प्रार्थना: सच्चे भाव से मंत्र जाप की कला
प्रिय शिष्य,
जब भी तुम अपने हृदय की गहराई से कोई मंत्र या प्रार्थना करते हो, तो वह केवल शब्दों का उच्चारण नहीं होता, बल्कि एक आत्मीय संवाद बन जाता है। समझो, यह एक पुल है जो तुम्हारे और परमात्मा के बीच बनता है। आइए, इस यात्रा को भगवद् गीता के प्रकाश में समझें।