जब रास्ते कांटों से भरे हों: सही चुनाव की कला
साधक, जीवन के अनेक क्षणों में हम ऐसे मोड़ पर खड़े होते हैं जहाँ निर्णय लेना कठिन हो जाता है। हर विकल्प अपने आप में सही और गलत दोनों लगते हैं, और मन उलझन में डूब जाता है। यह भाव तुम्हारे भीतर है, और जान लो कि तुम अकेले नहीं हो। यह उलझन तुम्हें और भी मजबूत बनाएगी, बस सही दृष्टि चाहिए।