कर्मयोग से छात्र जीवन में सफलता की ओर पहला कदम
प्रिय युवा शिष्य,
तुम्हारे मन में यह प्रश्न उठना स्वाभाविक है कि पढ़ाई और जीवन के संघर्षों के बीच कर्मयोग का मार्ग कैसे अपनाया जाए। यह उलझन तुम्हारे जैसे अनेक छात्रों के मन में होती है। जान लो कि तुम अकेले नहीं हो, और भगवद गीता में तुम्हारे लिए एक दिव्य प्रकाश है जो तुम्हारे कर्म और अध्ययन दोनों को सार्थक बना सकता है।