नया सूरज उग रहा है: पुराने संस्करणों को छोड़ने की कला
साधक, जीवन के पथ पर जब हम खुद को बदलते हुए पाते हैं, तो पुराने संस्करणों को छोड़ना एक गहरा संघर्ष बन जाता है। यह ऐसा लगता है जैसे अपनी ही छाया से विदा लेना हो। पर यह भी सत्य है कि परिवर्तन ही जीवन का नियम है। तुम्हारा यह सवाल—“अपने पुराने संस्करणों को कैसे छोड़ें?”—बहुत ही महत्वपूर्ण और मानवता के सबसे गूढ़ अनुभवों में से एक है। आइए, भगवद गीता के प्रकाश में इस उलझन को समझते हैं।