साथ चलना है तो समझदारी से चलो — परिवार और जीवनसाथी के प्रति गीता की सीख
प्रिय जीवनसाथी और परिवार के प्रति लगाव की उलझनों में फंसे साथी,
आपके मन में जो भाव और प्रश्न हैं, वे बिल्कुल स्वाभाविक हैं। परिवार हमारा सबसे करीबी संसार है, जहां प्रेम भी होता है और कभी-कभी कष्ट भी। गीता हमें इस रिश्ते के मायने समझाती है — कैसे प्रेम और कर्तव्य के बीच संतुलन बनाएं, कैसे लगाव में उलझ कर खुद को खोने से बचें। चलिए, इस दिव्य संवाद से कुछ प्रकाश लेते हैं।